प्रेम की भाषा

- Virhant

शब्दों से परे, दिलों की कहानी,

जहाँ हर एक भावना है अपनी रवानी।

जब मन की बात दिल से निकले,

तो एक नई दुनिया वहाँ खिलें।

नज़रों से बहने वाले अहसास,

हर एक पल में छुपे होते हैं राज।

प्रेम की भाषा अनकही है,

जो दिल से समझी जाती है।

उसे शब्दों की जरूरत नहीं,

यह तो एक अदृश्य धारा है, जीवन की प्रीत।

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